Haryana BJP हरियाणा भाजपा bjp में बगावत हो गयी है। पार्टी ने अपने नेताओं के बेटा-बेटियों को टिकट देने के लिए मंत्री और विधायकों के टिकट काटे हैं। मंत्रियों और विधायकों ने बगावत कर पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
Haryana BJP लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को भारी नुकसान
प्रदेश में बगावत होने के कारण पार्टी का लगातार तीसरी बार सरकार में आने की कोशिशों को नुकसान पंहुच रहा है। लोकसभा चुनाव में भी पार्टी को भारी नुकसान हुआ था। पार्टी ने 10 में से पांच लोकसभा सीटें गंवा दी थी।
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बेटा-बेटी को टिकट दिया
पार्टी ने कल रात को 67 उम्मीदवारों की सूची जारी की। इसमें कुछ नेताओं के बेटा-बेटी को टिकट दिया गया है। इससे पार्टी में बगावत हो गयी है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को अटेली से टिकट दिया गया है। करतारंिसंह भडाना के बेटे मनमोहन भडाना को समालखा से, सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान को दादरी, कुलदीप विश्नोई के बेटे भव्य विश्नोई को आदपुर से टिकट दिया गया है।
राज्यसभा सांसद किरन चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को तोशाम से उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस से आये नवीन जिंदल की मां को हिसार से टिकट नहीं दिया गया तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।
चौधरी देवीलाल के बेटे का टिकट हो कटा
पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पुत्र और ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत चौटाला (79) ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय लड़ने का फैसला किया है। वह रानिया से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने उनकी जगह शीशपाल काम्बोज को मैदान में उतार दिया। निवर्तनमान विधायक लक्ष्मण नापा ने भी टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी। वह रतिया से विधायक थे। वह कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
पूर्व मंत्री कर्ण देव काम्बोज ने भी पार्टी द्वारा उनकी उम्मीदवारी को नजरअंदाज किए जाने के बाद प्रदेश भाजपा के ओबीसी मोर्चा के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया। हरियाणा की पूर्व मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता कविता जैन सोनीपत से टिकट चाह रही थीं। वह भी पार्टी द्वारा निखिल मदान को निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने के बाद नाराज हैं।