Karmayogi केंद्र सरकार ने अपने उन कर्मचारियों का वेतन salary रोक दिया है, जिन्होंने अभी तक कर्मयोगी परीक्षा पास नहीं की है। सभी मंत्रालयों को एक सकरुलर गया है, जिसमें कहा गया है कि उन सभी का वेतन रोक दें और जब वे पास होने का प्रमाण पत्र जारी करें, तब उनका वेतन जारी कर दें।
Karmayogi कर्मचारी नहीं कर्मयोगी कहलाएंगे सरकारी लोग
मोदी Modi सरकार ने फैसला किया है कि उन्हें सरकारी कर्मचारी की जगह कर्मयोगी कहा जाएगा। उन्हें नये भारत की आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। वैसे भी मोदी सरकार पुराने नाम बदलकर नया रख रही है।
मिशन कर्मयोगी
आदर्श, तकनीकी और रचनात्मक बनाने के लिए मिशन शुरू किया है। इस मिशन के तहत सरकारी सेवा में आये सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को परीक्षा पास करना अनिवार्य है ।
कैबिनेट ने 2020 में शुरू की थी योजना
कैबिनेट ने 2 सितम्बर, 2020 को नये भारत के अनुरूप कर्मचारियों को तैयार करने के लिए मिशन कर्मयोगी योजना को मंजूरी दी थी। इस प्रस्ताव के अनुसार सिविल सेवाओं में भर्ती के बाद सुधार लाने और वर्तमान कर्मचारियों को प्रशिक्षण के लिए मिशन कर्मयोगी मानव संसाधन विकास कार्यक्रम शुरू करना था। इस योजना का उद्देश्य प्रशिक्षण को मानकीकृत करना ताकि अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों को अपने प्रदशर्न को बेहतर बनाने का अवसर प्रदान करेगा।
आदर्श कर्मयोगी के रूप में पुनर्जन्म
कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा था क मिशन कर्मयोगी एक सरकारी कर्मचारी को एक आदर्श कर्मयोगी के रूप में पुनर्जन्म देने का एक प्रयास है, ताकि उसे रचनात्मक, रचनात्मक, सक्रिय और तकनीकी रूप से सशक्त बनाकर राष्ट्र की सेवा की जा सके। यह प्रयास वर्तमान कार्य संस्कृति को समाप्त कर, राष्ट्र के दृष्टिकोण और मोदी सरकार की आकांक्षा और भविष्य के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक सामान्य मंच की शुरु आत करके प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उपलब्ध कराना है।
मानव संसाधन प्रबंधन
मिनश कर्मयोगी -राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता निर्माण कार्यक्रम के माध्यम से मानव संसाधन प्रबंधन को नियम-आधारित से भूमिका-आधारित में बदलने का प्रयास है।
आईगोट नाम ने एक पोर्टल तैयार
इसके के लिए सरकार ने आईगोट नाम ने एक पोर्टल तैयार किया है। इस पोर्टल में पाठय़क्रम के रिकार्डेड चेप्टर डाले गये हैं। कर्मचारियों को इस अध्यायों को सुनना है और फिर पूछे गये प्रश्नों को जवाब देना है। उसके बाद उनका मूल्यांकन किया जाता है आर नम्बर दिये जाते हैं। जो फेल होते हैं, उन्हें दोबारा मौका मिलता है और पास होते हैं उन्हें प्रमाण पत्र मिलता है।
कर्मचारियों को वेतन रोक दें
अब तीन साल पूरे होने सभी को यह कोर्स पूरा करना कर देना चाहिए था। जिन कर्मचारियों ने कोर्स पूरा नहीं किया है, उन्हें कहा है कि जल्दी से कोर्स पूरा कर लें और मंत्रालयों से कहा गया है कि ऐसे कर्मचारियों को वेतन रोक दें और जैसे ही वह प्रमाण पत्र प्रस्तुत करे, फिर उनका वेतन जारी कर दें।