Republic Day गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य-पथ पर आजादी के बाद भारतीय सैन शक्ति के रूप में आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी का प्रदर्शन होगा अग्रिम मोर्चा यानी रण क्षेत्र पर पुरुष ही नहीं नारी शक्ति भी तैनात रहेगी इस बार भारतीय सेना Indian Army की तरफ से चार महिला अधिकारियों को कंटिजेंट कमांडर बनाया गया है नौसेना indian Navy और वायु सेना india air force की तरफ से एक एक महिला अधिकारी को कमांडर बनाया गया है जो कर्तव्य पथ पर देश की सैन्य सामर्थ्य की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाते हुए नारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करेंगे .
Republic Day भारतीय सेना और सेना लगभग आत्मनिर्भर बन चुके हैं
इस बार 76 वां गणतंत्र दिवस खास है. भारतीय संविधान को लागू किए हुए 75 वर्ष पूरे हो गए हैं इस दौरान देश की प्रगति का नजारा दिखेगा भारतीय सेना और सेना लगभग आत्मनिर्भर बन चुके हैं जबकि वायु सेना के लिए भी हेलीकॉप्टर और एलसीए बनकर तैयार हो चुका है कति पथ पर यही आत्मनिर्भरता की कहानी देश रूबरू होगा. भारतीय सेना की तरफ से 15 मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री टुकड़िया कर्तव्य पथ पर परेड करेंगी. इन टुकड़ियों का नेतृत्व युवा अधिकारी करेंगे जिनमें चार महिला कमांडर है.
सेना की तरफ से भीष्म टैंक 9 एन एजी एम एसएल सिस्टम बीएमपी-2, एमटीवी, चेतक ,एलएसवी बजरंग, क्विक रिस्पांस फोर्स व्हीकल नंदीघोष, क्विक रिस्पांस फोर्स व्हीकल त्रिपुरांतक, लंचर ग्रैड अग्नि वाण, 10 मीटर शॉर्ट स्पेन ब्रिज माउंट, बीएसएम वाहन संजय को शामिल किया जा रहा है. ये सभी भारतीय प्रौद्योगिक का नमूना है.
इन मैकेनाइज्ड कॉलम के कमांडरों से समझते हैं उनके यांत्रिक वाहनों और प्रणालियों के बारे में :
25 किलोमीटर के अंदर कोई भी टारगेट को लांच कर सकते हैं – कैप्टन शर्मिष्ठा

कैप्टन शर्मिष्ठा आकाश एयर डिफेंस आर्मी लंचर को लेकर कर्तव्य पथ पर गर्व के साथ बढ़ रही हैं`. उन्होंने बताया : आकाश मिसाइल और य जो आर्मी लंचर है इसके बारे में बताइए य जो आकाश मिसाइल है यह हमारे देश के आत्मनिर्भरता का प्रतीक है यह जो लंचर है य पूरा आकाश वेपन सिस्टम य डीआरडीओ द्वारा मैन्युफैक्चर किया गया हुआ है इसका रेंज जो है 25 किलोमीटर है 25 किलोमीटर के अंदर कोई भी टारगेट आता है हम उस पर उसको लांच कर सकते हैं.
युद्ध क्षेत्र के लिए तैयर हैं :
आप रणभूमि में तैनात होंगे बहुत ही गर्व का मौका है मेरे लिए और जैसा कि आपने कहा एयर डिफेंस एक ऐसा आम है जहां पे रड भूमि में कॉम्बैट रोल में हम जाते हैं तो हम कंधों से कंधा मिलाकर सबसे हम जाके लड़ाई करने वाले हैं जरूरत पड़ने पर मेरे लिए बहुत ही गर्व का मौका है कि मैं अपने एयर डिफेंस को आज इस कर्तव्य पद पर रिप्रेजेंट कर रही हूं .
पहले attempt में CDS clear किया

आप अपने परिवार में पहली पीढ़ी की आर्मी ऑफिसर हैं कैसे इंस्पिरेशन में लेके आर्मी में जाना है बिल्कुल मैं फर्स्ट जनरेशन ऑफिसर हूं मैं जब कॉलेज में थी तब मैंने तय किया कि मुझे फौज में जाना है देश की सेवा करना है और तभी मैंने इसकी तैयारी शुरू की कॉलेज में अपनी कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ मैंने आर्मी का प्रिपरेशन किया उसका रिटन फिजिकल स्टैंडर्ड सबके लिए प्रैक्टिस किया और फिर मैंने फर्स्ट अटेंट में सीडीएस का एग्जाम निकाला और मेरा ऑल ओवर इंडिया रैंक -2 आया . ऐसे बहुत कम होते हैं जिनका फर्स्ट अटेम्प्ट में ही हो जाता है? बिल्कुल सही बात हैय क्योंकि अभी नारियों के लिए सीट्स बहुत कम है अभी हम धीरे धीरे सीट्स बढ़ा रहे हैं तो यह थोड़ा टफ हो जाता है मुश्किल होता है पर अगर आप हिम्मत से करेंगे और लगन से करेंगे तो बिल्कुल आप इसको अचीव कर सकते हैं जो नई वा जो हमारी आने वाली पीढ़ियां हैं उन महिलाओं को क्या आप संदेश देना चाहेंगे मैं उनको यही कहना चाहूंगी कि आप किसी भी क्षेत्र में हो जैसे आज का आप अगर रिपब्लिक डे परेड देखोगे ये सिंबलाइज करता है ग्रोथ को हमारे भारत की बढ़त को आकाश को छूने की तरफ तो आप जिसी भी क्षेत्र में हो किसी भी आपको बस कंट्रीब्यूट करना चाहिए अपने तरफ आप जाके अपना दे और अपने देश के निर्माण में सहयोग करें .
नंदीघोष : रास्ते में आने वाली किसी भी बाधा को काटता हुआ चला जाता है ; मेजर राधिका सेन

नंदीघोष भगवान जगन्नाथ के रथ को कहा जाता था जो एक ऐसी शक्ति को दर्शाता है जो अपने रास्ते में आने वाली किसी भी बाधा को काटता हुआ चला जाता है उसी तरह नंदीघोष ये एक माइंड प्रोटेक्टेड आर्मर्ड पर्सनल कैरियर है जो 9000 सीसी का इंजन है और इसके पास 10kg TFT प्रोटेक्शन है तो यह गाड़ियां भारत द्वारा आत्मनिर्भर इनिशिएटिव के अंदर बनाई गई है और यह खुद को भारत के सीआईसीटी ऑपरेशंस में साथ ही साथ यूनाइटेड नेशंस में अपनी फोर्स को इंडिया की डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को दर्शा रहा है ये माइंस के लिए भी काम आता है जी मैं आपको इसकी खासियत बताना चाहूंगी ये कोई भी 10 केजी का टी एनटी ब्लास्ट फ्रॉम बेस की तरफ से और 50 केजी का आईडी ब्लास्ट साइड की तरफ से झेल सकता है अगर आपकी इसकी सीटिंग मैं आपको दिखाऊं तो इस गाड़ी की सीटिंग बाहर की तरफ को है जो किसी भी काउंटर इंस काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन के दौरान जब आपके जवान बैठते हैं तो वो बाहर की तरफ को फेस करते हैं तो उनको आसपास की एनवायरमेंट में क्या चल रहा है उसके बारे में उनको ज्यादा जानकारी रहती है .
यह एक टोटली स्मॉल आर्म प्रोटेक्टेड व्हीकल है इसके अंदर स्मॉल होल दिए गए हैं जिससे जवान प्रोटेक्शन में रहते हुए बाहर की तरफ अपने वेपन पॉइंट आउट करके अ निशाना अच्छे से साथ सकते हैं इसके अलावा एक कपोला दिया गया है जिसके ऊपर आप एलएमजी और साथ ही में एमएमजी को अ सक माउंट कर सकते हैं इसके अलावा एक इसकी खासियत ये है कि अगर कोई भी ब्लास्ट होता है तो इस गाड़ी के अंदर सेल्फ एक्चुटिंग एक फायर एक्सटिंग्विशिंग सिस्टम बनाया गया है ताकि अंदर मौजूद लोगों को कोई प्रॉब्लम ना फेस करनी पड़े यह जो सीटिंग है यह आप देखेंगे कि यह छत की तरफ लगी है तो अगर जमीन की तरफ से कोई ब्लास्ट होता है तो जो हमारे जवान अंदर बैठे हैं उनको अगर जिस तरह का नुकसान हो सकता था उनके शरीर के ऊपर वो अफेक्ट नहीं आता है एक कंफर्ट प्रोवाइड करता है ये हमारे जवानों को मतलब जो जो अटैक हुआ है जो माइंस उससे तो बचाए गया जो हमारे जवान अंदर है वो भी उनकी प्रोटेक्शन भी देगा क्योंकि अब ऑटोमेटिक फायर एक्सटिंग्विशिंग सिस्टम स्टार्ट हो जाएगा तो जो अफेक्ट उस आईडी ब्लास्ट का होगा उसको कम करेगा और इसका जो सीटिंग अरेंजमेंट है वो ऐसा है कि आपको जो झटका लगेगा वो कम लगेगा .
मैं हिमाचल से बिलोंग करती हूं दोनों मेरे माता-पिता टेक्निकल एजुकेशन में है और मैं हमेशा से देश के लिए कुछ करना चाहती थी यह कभी नहीं सोचा था कि मैं आर्मी जॉइन करके करूंगी बट जब मुझे यह मौका मिला तो मुझे यह रिलाइज हुआ कि आर्मी के थ्रू देश को सर्व करने से बेटर कोई तरीका नहीं हो सकता देश को सर्व करना और मैं बहुत गर्व से कह सकती हूं कि अभी जो मैं काम करती हूं मैं बहुत प्राउड हूं और मैं बहुत खुश हूं इस ऑर्गेनाइजेशन और कर्तव्य पथ पर चार महिला ऑफिसर हैं जो देश की नारियों का प्रतिनिधित्व करेंगे कैसा महसूस होता है बहुत गर्व की फीलिंग है मेरे अंदर क्योंकि जैसा कि आप देख रहे हैं अभी आर्मी में बहुत बदलाव आ रहे हैं नारी शुक्ति को लेकर पहले जहां पे हमें सिर्फ शॉर्ट सर्विस कमीशन मिलता था अब हम एनडीए में आ रही हैं अब विमेन ऑफिसर्स कमांडिंग रोल भी ले रही हैं आर्टिलरी जैसी कॉम्बैट आर्म्स में महिलाएं आ रही हैं और जब हम वो फोर्स हमारे देश को दिखाते हैं इस रिपब्लिक परेड के थ्रू इससे बड़ी गर्व की फीलिंग नहीं हो सकती कि हम चार महिलाएं उस एंटायस को दिखाने के लिए यहां पर मौजूद हैं.
त्रिपुरांतक को कोई भी हरा नहीं सकता – मेजर सृष्टि शर्मा

क्विक एक्शन फोर्स व्हीकल त्रिपुरांतक भी हरा नहीं सकता था उसी प्रकार इस गाड़ी की भी बहुत ही पावर है और कोई इसको हरा नहीं सकता ये स्मॉल आर्म्स प्रोटेक्शन से बुलेट प्रूफ है और एंटी माइन पर्सनल व्हीकल है इसका मतलब इसका स्टैन जो स्टैंडर्ड नाटो के सैनिटाइजेशन होता है फॉर एक्सप्लोजिव्स उसमें यह स्टैंडर फोर पे है और यह 300 240 टन का व्हीकल है इसकी हॉर्स पावर का व्हीकल है इसकी 17 हॉर्स पावर पर टन की क्षमता है बहुत ही हर टाइप के टेरेन में बहुत ही स्ट्रांग बहुत ही पावरफुल यह किसी को भी वहां से निकाल सकता है 10 से 14 हमारे भारतीय फौजी इसमें बैठ सकते हैं एक महत्त्वपूर्ण बात इस साल इस गाड़ी में है कि इनको यूएन में डिप्लॉयड आर्मी में यह 2022 में डिप्लॉयड एरियाज में और नॉर्थ ईस्ट में ऑलरेडी दिखा चुके हैं अब इटर नेशनल फोरम में पूरी दुनिया के सामने हम लेबन साउथ सुदान कांगो जैसे यूनाइटेड मिशंस में अपनी क्षमता को दिखाएंगे और ये माइंस में भी काम करते हैं और अंदर जो हमारे फौजी होंगे उनकी भी सेफ्टी करते हैं या उनका भी प्रोटेक्शन हां जी इस इस गाड़ी में एक खासियत और है आप इसके ऊपर का टेरेट देखेंगे तो वो एक हमारे फौजी को छाती तक की सुरक्षा प्रोवाइड करेगा और 360 डिग्री मतलब चारों तरफ से आने वाले हमारे दुश्मनों पर वो फायर कर सकता है तो ये उसको एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन प्र करता है .
दादा जी, पिताजी भी फोजी थे
मेरे दादाजी भी फौज में थे वो ब्रिटिश आर्मी के अंडर भारतीय ब्रिटिश फौज में एजुकेशन हवादार थे मेरे पिता जी भी फौज में थे इन्फेंट्री में थे जमीन पर लड़ाई की है उन्होंने अभी रिटायर्ड है मैं खुद फौज में हूं मेरे हस्बैंड फौज में है मेरा पा साल का लड़का है फ्यूचर नहीं जानता कि वो किसम होगा पर देखते मतलब पूरी पूरे परिवारिक फ से है और नारी शक्ति के रूप में आप गणतंत्र दिवस में शामिल होंगे कैसा लगता है बहुत ही गर्व की बात है हम जब ये कमिश निंग पाते हैं तो हमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया ये कशनिंग देते है और आज उनके सामने बहुत ही गर्व की बात है कि मुझे वो 10 सेकंड 15 सेकंड उनको सलूट करने का मौका मिलेगा और अपने आपको और अपने देशवासियों के सामने ऐसी शक्तिक की नुमान को दिखाने का मौका मिलेगा .

आत्मनिर्भर भारत के और यह अग्निबाण : कप्तान लक्षेश सिहाग

ऑल टेरेन व्हीकल चेतक ऑल टेरेन व्हीकल चेतक हमारे ट्रूप्स को अक्रॉस टेरेन चाहे किसी तरीके का टेरेन हो चाहे पथरीला जमीन हो बर्फीली जमीन हो हाई एल्टीट्यूड एरिया का स्टीप स्लोप्स हो इन सब ी इन सब टेरेन पर हमें मोबिलिटी प्रोवाइड करता है जिसके वजह से ऐसे एरिया जहां पर टेरेन को देखते हुए रोड बनाना या ट्रैक बनाना मुश्किल है या खराब मौसम की वजह से वहां पर रोड और ट्रैक सस्टेन नहीं कर सकते वहां पर ऑल टेरेन व्हीकल मेरे को हमें हमारे ट्रूप्स को बेटर मोबिलिटी प्रोवाइड करता है जिस वजह से मैन पावर शिफ्ट करना हो या फिर इक्विपमेंट शिफ्ट करना हो कोई स्पेशलाइज या फिर हमें राशन या कोई और इत्यादि स्टोर शिफ्ट करने हो उसमें जो हमारा टाइम ब टाइम बचता है वह बहुत अहम है और साथ ही साथ अगर कोई कंटिजेंट करती है तो उसमें जो हमारा रिस्पांस टाइम जो है वो बहुत ही रिड्यूस हो जाता है जिस वजह से ऑल टरेन व्हीकल खास कर की हर एक तरीके के इलाके में यूज के लिए सक्षम है तो ये लंच कब किया गया .
दादा जी ओप्लिम्पिक खिलाडी, अर्जुन पुरस्कार विजेता थे , पिताजी इन्फेंट्री ऑफिसर
मेरे दादाजी ऑनरी कैप्टन श्रीचंद राम सिहाग वो एक एथलीट थे एक ओलंपियन थे 1956 मेलबर्न ओलंपिक्स में भी उन्होंने पार्टिसिपेट किया था और 1970 में उन्हें अपनी स्पेशल अचीवमेंट के लिए एक अर्जुना अवार्ड से भी पुरस्कार किया गया और मेरे फादर मेरी तरह एक इन्फेंट्री ऑफिसर है अभी वो सेवा नेतृत्व अभी वो रिटायर हो चुके हैं बट उन्होंने भी एज अ परेड कमांडर परेड कंटिजेंट कमांडर तीन बार रिपब्लिक डे परेड में हिस्सा लिया है सो मेरे लिए इन सब चीजों को देखते हुए क्योंकि मैं तीसरी पीढ़ी का भारतीय सेना का ऑफिसर हूं तो मेरे लिए एक बहुत ही स्पेशल मौका है यह और मैं बहुत ही प्राउड फील कर रहा हूं.
अग्नि का बाण है जो अपनी रैपिड और विध्वंसकारी फायर पावर के लिए जाना जाता है – कप्तान मनोज चोनियल

अग्निबाण मल्टी बैरल रॉकेट र सिस्टम है जो कि एक इंजीनियस व्हीकल प्लेटफॉर्म के ऊपर माउंट किया गया है जिसे इसकी मोबिलिटी इसकी स्पीड इसकी वजन कैरी करने की क्षमता काफी हद तक बढ़ चुकी है अगनि जैसे नाम से पता चलता यह अग्नि का बाण है जो अपनी रैपिड और विध्वंस कारी फायर पावर के लिए जाना जाता है इंडक्ट कब हुआ इसे 1971 में इंडियन आर्मी में इक्ट किया गया था और हम हर तरह के टरेन में इस्तेमाल कर सकते हैं भले ही व रेगिस्तान हो हा एटीट्यूड एरिया हो या फिर प्लेन .
दुश्मन को लॉन्ग रेंज प इंगेज करने के लिए होता है – लेफ्टनंट अभिजीत अहलावत

एक लाइ स्पेशलिस्ट व्हीकल है और इसके काफी सारे वेरिएंट्स आते हैं इनमें से एक वेरिएंट जो है जो हमारे साथ है अभी व है एरावत . यह एक मोटार सिस्टम के साथ इसमें 81 एमएम मोटर आता है और यह दुश्मन को लॉन्ग रेंज प इंगेज करने के लिए होता है जब हम दुश्मन को लॉन्ग रेंज प इंगेज करते हैं तो यूजुअली हम लोग इनडायरेक्ट फायर डालते हैं दुश्मन पे तो दैट इज वई यह हमारा नॉर्थ ईस्ट में और कश्मीर में इसका यूज काफी उम्दा तरीके से किया जा रहा है इसी के बाद आता है , बजरंग जो हमारी लाइफ स्पेशलिस्ट वइकल है इसको हमने इंडक्ट किया है काउंटर इंस जेंसी और काउंटर टेरेस्ट ऑपरेशनल एरियाज में यह बुलेट प्रूफ दोनों गाड़ियां बुलेट प्रूफ है एक हद तक आईडी ब्लास्ट भी संभाल सकती है और बजरंग में आप डिफरेंट टाइप के वेपंस जो भी है वो भी माउंट कर सकते हो जैसे एमएमजी हो गया आपका एटीजीएम हो गया यह सारे वेपन भी माउंट कर सकते हो इसमें चार से पांच लोग जा सकते हैं तो अगर ओवरऑल देखा जाए तो यह एक गेम चेंजर है इंडियन आर्मी के लिए.
एंटी एयरक्राफ्ट एंटी सटल, एंटी ड्रोन के लिए काफी कारगर है : लेफ्टनंट हेमांशु सिंह

आकाश मिसाइल यह 25 किलोमीटर की रेंज है इसकी सरफेस टू एयर मिसाइल है ये एंटी एयरक्राफ्ट एंटी सटल और एंटी ड्रोन के लिए काफी यूज कारगर है इसकी सर्विलेंस 150 किलोमीटर का है इससे हम 150 किलोमीटर की निगरानी ख सकते हैं और जब भी कोई एनिमी टारगेट अपनी रेंज के अंदर आएगा 25 किलोमीटर के अंदर उस टाइम हम 25 किलोमीटर से इसे काफी इफेक्टिवली इंगेज कर सकते हैं और ये कोई से भी टेरेन में जाने के लिए भले वो डेजर्ट हो बर्फ बर्फ का इलाका हो वहां पर जाके पहुंच सकती है क्योंकि इसकी मोबिलिटी ए बा ए ट प माउंटेड है जिससे इसकी मोबिलिटी में भरपूर इसको क्षमता मिलती है तो लेकिन इसके लिए फिर उतने चौड़े रास्ते भी चाहिए होंगे या उबड़ खाबड़ में चल जाएग चल जाती है ऑफरोडिंग के लिए बड़े आराम से जा सकती है और 150 किलोमीटर तक हम किमी का सर्वे मिसाइल की रेंज 25 किलोमीटर है जो कि डीआरडीओ दवारा डेवलप की गई है की गई और अगर हमें इससे और रेंज ज्यादा चा होगी तो हम इसके इस्तेमाल कर सकते हैं
इसमें एडवांस गन सिस्टम दिया गया है : कैप्टन नवजोत सिंह अटवाल

टैंक 90 भीषमा स्वदेशी है जिसको आत्मनिर्भर भारत के तहत भारत में ही बनाया गया है इसके इंजन से शरुआत करें तो इसमें 1000 हॉर्स पावर का इंजन पावरफुल इंजन दिया गया है इसमें एडवांस गन सिस्टम दिया गया है जिसके अंदर 125 एमएम स्मूथ बोर गन है जिससे हम चार तरह के राउंड फायर कर सकते हैं ए ए एचएफ ए मिसाइल मिसाइल इसकी रेंज को 5 किमी तक बढ़ा देती है इसके साथ इसमें एडवांस प्रोटेक्शन सिस्टम दिया गया है जिसके तहत रे पैनल लगाए गए हैं और इसमें डे और नाइट साइट्स का बंदोबस्त भी किया गया है इसी के साथ इसके आगे आप देख सकते हैं कि लेटेस्ट ड ऑन जो हुआ है वो टीडब्ल्यू एपी ड्रैग विड्थ माइन लॉ जो इसको माइन फील्ड को क्लियर करने की कैपेबिलिटी प्रोवाइड करता है तो अभी इसका अभी भी हम जो इसका मैक्सिमम इस्तेमाल राजस्थान इलाके में करते हैं नहीं इसका इस्तेमाल आप डेजर्ट सेमी डेजर्ट हाई एल्टीट्यूड और इवन प्लेन इलाके में भी कर रहे हैं तो टेरेन इसके लिए कोई किसी तरह की ंडर नहीं है ऑब्स्ट कल पैदा नहीं कर रहा और ये इंजीनियस है तो इसका हमें ये बेनिफिट मिलता होगा कि हमने इंजीनियस है तो हमें किसी भी हर तरह की मेंटेनेंस हर तरह का रिप्लेसमेंट हमें भारत में ही मिल जाता है.

Tri Service Tableau हमारी जॉइनेस और इंटीग्रेशन की जो स्पिरिट है उसको दर्शाता है – Air Comodor Manish Sabharwal

आईडीएस यह जो आपके सामने डी मॉडल दिखाया जा रहा है झांकी का यह पहली बार हुआ है कि कर्तव्य प पर तीनों सर्विसेस की तरफ से एक एक झांकी दिखाई जाएगी जो कि हमारी जॉइनेस और इंटीग्रेशन की जो स्पिरिट है उसको दर्शाता है क्योंकि हमारे इस साल की थीम है और सुरक्षित भारत और इसी को दर्शाते हुए ये झांकी आपके सामने प्रस्तुत की जाएगी कर्तव्य पद प तीनों सर्विसेस के यानी आर्मी नेवी एयरफोर्स के ऑफिसर्स इसमें पहली बार एक एक साथ मंच को सलूट करेंगे

और इसमें एक और खास बात यह है कि एक ये फ्यूचरिस्टिक जॉइंट बैटल फील्ड सिनेरियो दिखाता है जिसमें आर्मी नेवी एयरफोर्स एक साथ एकजुट होकर आगे की लड़ाई लड़ेंगे और एक और बात जो कि आपको बताना चाहूंगा जो इस झांकी में प्लेटफार्म दिखाए गए हैं वो हमारे सेल्फ रिलायस आत्मनिर्भरता को प्र प्रदर्शित करते हैं यानी कि मेन बैटल टैंक अर्जना तेजस मार्क टू एयरक्राफ्ट द ध्रुव एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर आई एनएस विशाखापटनम और एए 50 और एक जॉइंट ऑपरेशन रूम भी दिखाया गया है जिसमें कि आगे जाके तीनों सर्विसेस एक साथ पूरे बैटल फील्ड का मुआयना करेंगे और ऑपरेशन कंट्रोल एक ही जगह से कर पाएंगे जो हम टराइजन की बात कर रहे हैं उसी तरह बढ़ रहे हैं बिल्कुल सही आपने बोला है टराइजन से पहले जरूरी है कि हम जॉइंट और इंटीग्रेशन पर फोकस करें और यह मुहिम चालू हो चुकी है काफी सालों से हेडक्वार्टर आईडीएस की तरफ से हमारे यहां पे 114 टास्क हमको दिए गए हैं जॉइंट और इंटीग्रेशन के लिए जो कि फेज वाइ कंप्लीट होते जा रहे हैं इस साल आप देखेंगे कि हेडक्वार्टर आईडीएस की तरफ से विजन 207 जो कि विकसित भारत की एक मुहीम को ही प्र की तरफ जुड़ा हुआ है वो पब्लिश की जाएगी.
Saarath : कुछ मॉडिफिकेशन कर नया बनाया है : लेफ्ट सौरभ प्रताप सिंह

saarath : इंडियन वर्जन ऑफ द बीएमपी टू य एक इन्फेंट्री कॉमेट व्हीकल है थ्रू आउट द यर्स हमने इसमें कुछ मॉडिफिकेशन करे एंड अभी ये मैन्युफैक्चर होता है ऑर्डिनेंस फैक्ट्री मेदर में सो टॉकिंग अबाउट सरत इट्स अ इन्फेंट्री कॉमेट व्हीकल इट्स अ एंफीबियस फुली एंफीबियस व्हीकल व्हिच कैन बी अ इवॉल्वड इन कोस्टल ऑपरेशंस विदाउट एनी आउटसाइड इंजीनियरिंग बेसिकली इट ज इट इज डिवाइडेड इनटू थ्री पार्ट्स ड्राइवर कंपार्टमेंट फाइटिंग कंपार्टमेंट लैंडिंग कंपार्टमेंट सो द लैंडिंग कंपार्टमेंट इज अ कंपार्टमेंट वि वेयर सेवन कंटेंट्स आर सीटेड सो दे कैन बी डिप्लॉयड फॉर होल्डिंग ग्राउंड एंड प्रोवाइड लोकल सपोर्ट टू द इंट्री ट्रूप्स इट्स अ वेरी यूटिलिटी बेस्ड इक्विपमेंट एंड द फाइटिंग कंपार्टमेंट वी हैव 8gm च इज एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल रेंज ऑफ 4 किमी य हैव 30 एए ऑटोमेटिक कैनन सो विद दिस वी कैन प्रोवाइड लोकल सपोर्ट सो द टकिंग अब रोल्स ऑफ सथ इट इज रकी वकल वी कैन यूज इट फॉर बैटलफील्ड रकी एंड प्रोवाइड लोकल सपोर्ट टू द इंट्री ट्रूप्स ल द इंट्री रेमेंट हु आर पोस्टेड ऑन फुट एंड इट इ ए एमपीबीए वकल कैन बी पैरा ड्रॉप आल्सो सो इफ देर एनी कन्फ हाई एलटी और एनी वेयर इन द र्ट सो एनी यूनिट कैन बी प्रेजेंट नेक्स्ट डेट इसमें इसमें क्या सुधार के आ क्योंकि ये वकल तो पुराना है लेकिन ये अभी जो इंडक्ट किया गया है उसम क्या क्या इसमें मॉडिफिकेशन की गई सो टॉकिंग अबाउट द मॉडिफिकेशन सम ऑफ द लेटेस्ट मॉडिफिकेशन ऑन पज सीटीआई कमांडर थर्मल इमेजर विद दिस द आईवी कमांडर कैन सी एंड एंगेज टारगेट्स ड्यूरिंग पिच डार्क नाइट्स एंड फॉर द गनर देर इज अ टिस्क इट्स इट्स अनदर साइट वच विथ द हेल्प ऑफ दिस साइड द गनर कैन आल्सो सी एंड एंगेज टारगेट्स एट फार दर डिस्टेंस रिंग पिच ब्लैक नाइट्स एंड वी हैव एलन ए दैट इज एडवांस लैंड नेविगेशन सिस्टम ट इट विल हेल्प द ड्राइवर टू नेविगेट बेसिकली द प्रॉप बेटर ड्यूरिंग लो लाइट कंडीशंस सोलियर दे वर नॉट प्रेजेंट इन दिस व्हीकल सो दज मॉडिफिकेशन हैव बीन डन विथ द रिक्वायरमेंट ऑफ द ऑपरेशन दैट वी हैव अकॉर्डिंग टू द चैलेंजिंग इंडियन टेरेन एंड द ऑपरेशनल रिक्वायरमेंट दैट वी हैव सो आफ्टर दज मॉडिफिकेशन द द इक्विपमेंट इज ओल्ड बट आफ्टर द मॉडिफिकेशन इट इज स्टिल वेरी यूजफुल एंड वेरी प्रैक्टिकल ओके थोड़ा सा अपने बारे में बताइए कि आर्मी में आने का कैसे इंस्पिरेशन मिली आई बिलोंग फ्रॉम एन आर्मी बैकग्राउंड फैमिली माय ग्रैंडफादर्स माय माय पर्नल अंकल एंड माय कजिन दे सर्विंग एंड एक्स सर्विसमैन ऑफ आर्मी सो इट वाज अ इट वाज फ्रॉम स्टार्ट फॉर मीट आई वांटेड टू जॉइन आर्मी एंड रियली फीलिंग प्रिविलेज आ स द ड्रीम आ अचीव तो मुझे लगता है कि आपको शायद सर्विस में आने के दो साल के अंदर ही ये कमांड करने का मौका मिल गया दो साल में आपको .
संजय – दुश्मन की तोह लेता है – लेफ्टिनेंट कर्नल श्रुकिता दत्ता

Sanjay Surveillance System भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और इंडियन आर्मी ने तैयार किया है. ये लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाला है` इससे दुश्मन की हरकतों पर नजर रखता है. बिल्कुल लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाला है ये हमारे सारे डिफरेंट टाइप्स ऑफ सेंसर्स का इलेशन पट करेगा स्टेट ऑफ आर्ट एनालिटिक्स के द्वारा डिसीजन मेकिंग में सपोर्ट करता है आप ये कह सकते हैं य फर्स मल्टीप्लायर है इंटेलिजेंट सर्वेस एंड रिकस के फ में जो कि हमें मददगार रहेगा हमारे वा बॉर्डर्स को प्रोटेक्ट करने के लिए इंट्रूजन से या किसी भी और तरह की सिचुएशन को एनालाइज करना इसकी रेंज कितनी हो रेंज सेंसर डिपेंड करता है उसकी दूरी क्या इसमें कम्युनिकेशन के लिए सेटेलाइट कम्युनिकेशन का भी हैं . संजय नई नई तकनीक है और इससे पहले जैसे रडार हम सिस्टम काम करते थे लेकिन अब इसमें जो हम दुश्मन को या दुश्मन के जो उनके दुश्मन क रज में आता है.
10 मीटर शर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम ब्रिंग सिस्टम : 10 मिनट में पुल तैयार : कैप्टन जगजीत सिंह

10 मीटर शर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम ब्रिंग सिस्टम जो इंसली मेड है जो आरडीओ का एक न्यू वेंचर है यह एक ब्रिजिंग सिस्टम है जो वेरियस टेरेंस में हमें जल्दी से जल्दी ब्रिज बनाने के लिए काम आता है यह ब्रिजिंग सिस्टम हमारे जो पुराने मैनुअली लंच ब्रिजिंग सिस्टम थे उनको रिप्लेस करके एक मैकेनिक लच ब्रिजिंग सिस्टम है जो एक 10 मीटर के ब्रिज को सिर्फ 10 मिनट में बता बना सकता है जिसमें मैन पवर जो पहले मैनुअल मैनुअली जो ब्रिज बनाए जा बनाए जाते थे उसकी मैन पावर को कट डाउन करके सिर्फ चार की मैन पावर के साथ इससे 10 मीटर का ब्रिज बनाया ये इंडक्ट कब हुआ ये ब्रिजिंग सिस्टम 2021 में इंडक्ट किया गया था ये इस आरडीबी पिरिड में सेकंड टाइम डिस्प्ले किया जा रहा है और ये भी इंडिजन अस है ये इंडिजन असली ब्रिजिंग सिस्टम है जो इंडि इंडिया के बनाए गए दूसरे ब्रिजिंग सिस्टम के साथ कंपैटिबल है यानी कि सर्वत्र ब्रिज के साथ भी हम जोड़ के इस ब्रिज से एक लंबा ब्रिज बना सकते हैं.