Air pollution in Delhi : दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने की मार किसानों पर पड़ी है। हरियाणा कैथल जिले में अपने खेतों में पराली जलाने के लिए पिछले कुछ दिनों में 14 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग CQMC ने एनसीआर में ग्रेप स्टेज -2 लागू कर दिया है।
Air pollution in Delhi : दिल्ली और हरियाणा में प्रदूषण का स्तर बढ़ा
मौसम में ठंडक की आहट के कारण एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। आज अनेक क्षेत्रत्रों में धुंध की एक परत छाई रही। वायु गुणवत्ता सूचकांक AQI इस मौसम में पहली बार बहुत खराब श्रेणी में पहुंचा। केंद्रीय प्रदूषण नियंतण्रबोर्ड के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 307 रहा, जबकि आनंद विहार सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां एक्यूआई 361 रहा। शून्य से 50 के बीच का एक्यूआई अच्छा माना जाता है।
एक्यूआई 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है। न्यूनतम तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री सेल्सियस अधिक है। अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। सुबह साढे आठ बजे आद्र्रता का स्तर 86 प्रतिशत दर्ज किया गया।
दिल्ली में ग्रेप-2 लागू
सीएक्यूएम उप-समिति ने 22 अक्टूबर से सुबह 0800 बजे से पूरे एनसीआर में ग्रेप-2 लागू कर दिया है। सीएक्यूएम ने नागरिकों से चरण-2 के नागरिक चार्टर में सूचीबद्ध विशिष्ट कदमों का पालन करने का आग्रह किया, साथ ही चरण- जीआरएपी के तहत भी कदम उठाए। आईएमडी/आईआईटीएम द्वारा प्रदान किए गए वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान के अनुसार, प्रतिकूल मौसम संबंधी और जलवायु परिस्थितियों के कारण आने वाले दिनों में दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब‘ श्रेणी में रहने की संभावना है ।
एनसीआर राज्यों के प्रदूषण नियंतण्रबोर्डों और डीपीसीसी सहित जीआरएपी के तहत उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार एजेंसियों ने जीआरएपी के चरण- के तहत की गई कार्रवाइयों के अलावा चरण- के तहत की गई कार्रवाइयों के सफल और सख्त कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए संबोधित किया। सीएक्यूएम उप-समिति ने 22.10.2024 को सुबह 0800 बजे से पूरे एनसीआर में ‘बहुत खराब‘ वायु गुणवत्ता को संबोधित करने के लिए चरण- जीआरएपी कार्य योजना लागू की।
फसलों की कटाई
हरियाणा में कैथल जिले के पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) बीरभान ने फोन पर बताया, पिछले कुछ दिनों में पराली जलाने के लिए 14 किसानों को गिरफ्तार किया गया लेकिन बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि यह अपराध जमानती है। उन्होंने बताया कि पराली जलाने के लिए वायु (प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम और कानून के अन्य प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पानीपत और यमुनानगर समेत कुछ अन्य जिलों में भी पराली जलाने के लिए हाल में प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं। हरियाणा के मुख्य सचिव टी वी एस एन प्रसाद ने रविवार को उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि पराली जलाने की घटनाओं पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाया जाए।
उच्चतम न्यायालय ने पराली जलाने के मामले में उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा नहीं चलाने को लेकर हरियाणा और पंजाब सरकारों को बुधवार को फटकार लगायी थी। उसने दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों को 23 अक्टूबर को उसके समक्ष पेश होकर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
एनजीटी ने नोटिस जारी किया
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने पूर्वी दिल्ली की हवा में भारी धातु प्रदूषण से संबंधित मामले में दिल्ली प्रदूषण नियंतण्रसमिति (डीपीसीसी) और अन्य प्राधिकारियों से जवाब मांगा है। एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव की पीठ ने 16 अक्टूबर के अपने आदेश में कहा कि अध्ययन के अनुसार, भारी धातु जोखिम सूचकांक (एचईआई) का सबसे अधिक स्तर लुधियाना (21.78) में पाया गया, उसके बाद पूर्वी दिल्ली (21.45) और पंचकूला (10.74) का स्थान रहा। पीठ ने कहा, समाचार में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि इन प्रदूषकों के प्राथमिक स्रेतों में औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों से निकलने वाला धुआं और निर्माण गतिविधियां शामिल हैं।
इसने कहा कि खबर में वायु प्रदूषण की रोकथाम एवं नियंतण्रअधिनियम और पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के अनुपालन से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए हैं। एनजीटी ने डीपीसीसी, पंजाब प्रदूषण नियंतण्रबोर्ड (पीपीसीबी) और केंद्रीय प्रदूषण नियंतण्रबोर्ड (सीपीसीबी) के सदस्य सचिवों, पूर्वी दिल्ली और लुधियाना के जिला मजिस्ट्रेट और केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के जयपुर क्षेत्रीय कार्यालय को पक्ष या प्रतिवादी के रूप में शामिल किया। इसने कहा, ‘‘प्रतिवादियों को अगली सुनवाई की तारीख (छह फरवरी) से कम से कम एक सप्ताह पहले एनजीटी के समक्ष हलफनामे के माध्यम से अपना जवाब दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया जाए।
दिल्ली में ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान शुरू
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को राजधानी में वाहन प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान की शुरुआत की। कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर मंत्री ने आटोरिक्शा चालकों को गुलाब के फूल भी वितरित किए। पत्रकारों से वार्ता करते हुए राय ने बढते प्रदूषण स्तर, खासकर सर्दियों के मौसम में बढने वाले प्रदूषण, परंिचता जताई और शीघ्र प्रदूषण नियंत्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, प्रदूषण लगातार बढ रहा है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली के लोगों को न केवल शहर के भीतर बल्कि पड़ोसी राज्यों से होने वाले प्रदूषण का भी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सर्दियों के करीब आने के साथ ही प्रदूषण के स्तर में और वृद्धि होने के आसार हैं।