Allu Arjun पुष्पा-2 Pushpa 2 फिल्म बाक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है और उसके एक्टर अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर दिया है। मजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार ने आरोप लगया कि उन्हें सीधे बेड रूम से उठा लिया और कपड़े बदलने का मौका भी नहीं दिया।
Allu Arjun प्रीमियर के दौरान भगदड़ में एक महिला की मौत हुई थी
‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर के दौरान चार दिसम्बर को एक महिला की मौत की मौत हो गयी थी और उसकी बेटा घायल हो गयी थी। महिला के पति ने अल्लू अर्जुनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। अभिनेता को कड़ी सुरक्षा के बीच उनके आवास से हिरासत में लिया गया और पुलिस वाहन में चिक्कड़पल्ली पुलिस थाने ले जाया गया।
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झलक पाने के लिए मची थी भगदड़
चार दिसंबर की रात को बड़ी संख्या में प्रशंसक अभिनेता की एक झलक पाने के लिए संध्या थिएटर में उमड़ पड़े थे। उसी दौरान भगदड़ मचने से 35 वर्षीय महिला रेवती की मौत हो गई थी और उसका आठ वर्षीय बेटा घायल हो गया था। हैदराबाद पुलिस ने महिला के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर अल्लू अजरुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 और 118 (1) के तहत चिक्कड़पल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया है।
हाई कोर्ट में एफआईआर रद्द करने की अनुरोध किया था
अल्लू अर्जुनने 11 दिसंबर को तेलंगाना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर महिला की मौत के संबंध में उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया था। औपचारिक गिरफ्तारी के बाद अल्लू अर्जुनको चिकित्सा जांच के लिए गांधी अस्पताल ले जाया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडियाकर्मियों को बाताया कि उन्हें एक स्थानीय अदालत में पेश किया, कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेज दिया।
25 लाख रुपये देने की पेशकश की
अल्लू अर्जुनने पिछले सप्ताह मृतका के परिवार को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की थी और शोक संतप्त परिवार को आासन भी दिया था कि वे इस दुख की घड़ी में अकेले नहीं हैं और वह व्यक्तिगत रूप से परिवार से मुलाकात करेंगे। इससे पहले, पुलिस ने अल्लू अर्जुनकी फिल्म के ‘प्रीमियर शो’ के दौरान भीड़ में धक्की-मुक्की और दम घुटने की वजह से महिला की मौत को लेकर दर्ज मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में थिएटर के मालिकों में से एक व्यक्ति, वरिष्ठ प्रबंधक और निचली बालकनी का प्रभारी शामिल है।
पुलिस को सूचना नहीं दी
पुलिस के अनुसार, फिल्म और फिल्म के मुख्य कलाकारों को देखने के लिए थिएटर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। हालांकि, थिएटर प्रबंधन या कलाकारों की टीम की ओर से इस बात की कोई सूचना नहीं दी गई थी कि वे थिएटर में आएंगे। पुलिस की एक विज्ञप्ति में कहा गया था, थिएटर प्रबंधन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा के संबंध में कोई अतिरिक्त प्रावधान नहीं किया था और न ही अभिनेताओं की टीम के लिए कोई अलग प्रवेश या निकास की व्यवस्था थी, हालांकि थिएटर प्रबंधन को उनके आने की सूचना थी।
निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ थिएटर में आए
अल्लू अर्जुन चार दिसंबर की रात करीब साढे नौ बजे अपने निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ थिएटर में आए और वहां एकत्र लोगों ने उनके साथ थिएटर में प्रवेश करने की कोशिश की। विज्ञप्ति के अनुसार, उनकी (अल्लू अजरुन) निजी सुरक्षा टीम ने लोगों को धक्का देना शुरू कर दिया जिससे स्थिति और बिगड़ गई, क्योंकि थिएटर में पहले से ही भारी भीड़ जमा थी। मौके का फायदा उठाते हुए अभिनेता और उनकी सुरक्षा टीम के साथ बड़ी संख्या में लोग निचली बालकनी वाले क्षेत्र में घुस गए। विज्ञप्ति में कहा गया है, इससे रेवती और उसके बेटे को भारी भीड़ के कारण घुटन महसूस हुई, जिन्हें ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्काल निचली बालकनी से बाहर निकाला और महिला के बेटे को सीपीआर दिया तथा तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने बताया कि महिला की मौत हो चुकी है। लड़के का वर्तमान में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज जारी है।
केंद्रीय मंत्री संजय कुमार और केटीआर ने आलोचना की
विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और भारत राष्ट्र समिति ने शीर्ष तेलुगू स्टार अल्लू अरजुन की गिरफ्तारी को लेकर तेलंगाना में सत्तारूढ कांग्रेस पर निशाना साधा और पुष्पा फिल्म के अभिनेता के साथ किए गए व्यवहार पर सवाल उठाए। भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री बी संजय कुमार ने कहा कि अभिनेता बेहतर व्यवहार के हकदार हैं, जबकि बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने अभिनेता के साथ आम अपराधी जैसा व्यवहार करने के लिए सरकार की आलोचना की।
बेड रूम से उठाया
कुमार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स‘ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता को सीधे उनके शनयकक्ष से उठा लिया गया और उन्हें कपड़े बदलने का भी समय नहीं दिया गया। उन्होंने लिखा कि यह कुप्रबंधन और अनादर का एक शर्मनाक कृत्य है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा, भारतीय सिनेमा को वैिक पहचान दिलाने वाले उनके जैसे कद के अभिनेता के साथ बेहतर व्यवहार मिलना चाहिए। संजय ने कहा, यह लापरवाही और कुव्यवस्था अस्वीकार्य है। आइकॉन स्टार अल्लू अर्जुन और उनके प्रशंसक सम्मान के हकदार हैं, अराजकता के नहीं।
सामान्य अपराधी जैसा व्यवहार करना अनुचित है
रामा राव ने अल्लू अर्जुनकी गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि अभिनेता के साथ सामान्य अपराधी जैसा व्यवहार करना अनुचित है। कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए राव ने कहा कि यह गिरफ्तारी शासकों की असुरक्षा की पराकाष्ठा है। राव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स‘ पर कहा, अल्लू अर्जुन को एक सामान्य अपराधी के रूप में देखना अनुचित है, खासकर उस चीज के लिए जिसके लिए वह सीधे तौर पर जिम्मेदार नहीं हैं। इस बीच वरिष्ठ अभिनेता एन बालकृष्ण ने अल्लू अर्जुनकी गिरफ्तारी को अन्यायपूर्ण करार दिया और हमेशा उनके साथ खड़े रहने का वादा किया।
input PTI
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