Amit Shah राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह के बयान को लेकर आज संसद Parliament के दोनों सदनों और संसद भवन परिसर में विपक्ष के जबकर हंगामा किया। विपक्ष ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Modi ने श्री शाह का बचाव किया है। श्री शाह ने भी प्रेस कांफ्रेस कर सफायी दी।
Amit Shah अंबेडकर का नाम लेना अब एक फैशन बन गया है
राज्यसभा में संविधान की गौरवशाली यात्रा पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि बीआर अंबेडकर का नाम लेना अब एक फैशन बन गया है, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर कहना एक फैशन बन गया है। अगर वे भगवान का नाम इतनी बार लेते, तो उन्हें स्वर्ग में जगह मिल जाती। उनका नाम 100 बार और लें, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि उनके बारे में आपकी क्या भावनाएं हैं।
इस बयान पर कल ही राज्यसभा में विपक्ष ने हंगामा किया
आज विपक्ष पूरी तैयारी के साथ संसद भवन आया था। विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस ने किया। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होने से पहले संसद भवन परिसर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं ने डा. अम्बेडकर की तस्वीर लेकर प्रदर्शन किया। नेताओं ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे प्रधानमंत्री ने आग्रह किया कि गृहमंत्री पद से बर्खास्त किया जाए।
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की और गृहमंत्री का इस्तीफे की मांग की। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही तीन मिनट के अंदर ही सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए और फिर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी ।
राज्यसभा में विपक्ष ने इसी मुद्दे पर हंगामा किया। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि 10-12 सेकेंड के क्लिप को दिखाकर जनता को भ्रमित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अरोप गलत है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ ने भी कहा कि उन्होंने रिकार्डिग देखी, अमित शाह का बयान कहीं से आपत्तिजनक नहीं है। विपक्ष के शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी।
प्रधानमंत्री आये बचाव में, बोले कांग्रेस बाबा साहेब का अपमान करने का रास्ता तलाशती रहती है:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोगों ने देखा है कि किस तरह कांग्रेस ने बीआर अंबेडकर की विरासत को मिटाने और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को अपमानित करने के लिए हर संभव चाल चली है।
प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर छह सूत्रीय चर्चा में कहा कि अगर कांग्रेस और उसका सड़ा हुआ पारिस्थितिकी तंत्र सोचता है कि उसके दुर्भावनापूर्ण झूठ कई वर्षो के उसके कुकर्मों, खासकर डॉ. अंबेडकर के प्रति उसके अपमान को छिपा सकते हैं, तो वह बहुत बड़ी भूल कर रहा है! भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि किस तरह एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव गंदी चाल चली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कांग्रेस के पापों की सूची में शामिल हैं: – उन्हें एक बार नहीं बल्कि दो बार चुनावों में हराना, पंडित नेहरू द्वारा उनके खिलाफ प्रचार करना और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाना, उन्हें भारत रत्न देने से इनकार करना, संसद के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र को सम्मान का स्थान न देना।
अमित शाह ने पीएम से मुलाका की : उनके बयान पर विवाद होने पर श्री शाह ने प्रधानमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की। उसके बाद प्रधानमंत्री ने लम्बा पोस्ट जारी किया और अमित शाह ने भाजपा मुख्य मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर ही बाबा साहेब का अपमान करने का आरोप लगाया।
डेरेक ओ ब्रायन ने शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने श्री शाह के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। यह नोटिस राज्यसभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के नियम 187 के तहत दाखिल किया गया है। नोटिस में गृह मंत्री द्वारा मंगलवार को राज्यसभा में दिए गए बयान का हवाला दिया गया है।