दिल्ली विविद्यालय छात्र संघ DUSU चुनाव में सात साल बाद कांग्रेस की छात्र इकाई ‘नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया’ NSUI ने सात साल बाद वापसी करते हुए अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की। एनएसयूआई के रौनक खत्री अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उम्मीदवार ऋषभ चौधरी को 1,300 से अधिक मतों से हराया। खत्री को 20,207 मत मिले जबकि चौधरी 18,864 मत हासिल हुए।
परिणाम घोषित होते ही कांग्रेस की छात्र शाखा के सदस्य बड़ी संख्या में एकत्र होकर जश्न मनाने लगे। एनएसयूआई ने दो प्रमुख पदों पर जीत हासिल की जबकि एबीवीपी ने उपाध्यक्ष और सचिव पद पर जीत दर्ज की। एबीवीपी के उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार भानु प्रतापंिसह को 24,166 मत मिले जबकि एनएसयूआई के यश नांदल को 15,404 मत मिले। सचिव पद के लिए मित्रंिवदा कर्णवाल ने 16,703 मत हासिल कर एनएसयूआई की नम्रता जेफ मीणा को हराया।
यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी है। छात्रों में क्या भाजपा का खुमार उतर रहा है? क्या मोदी का जादू उतर रहा है? भाजपा और आरएसएस इस विषय पर जरूर चिंतन करेंगे।
DUSU : सात साल बाद NSUI ने जीता अध्यक्ष, संयुक्त सचिव पद
