Indian Air Force : वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि भविष्य के युद्धों में जीत हासिल करनी है तो स्वदेशी लड़ाकू विमानों और हथियारों की संख्या बढानी होगी और इसके लिए हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड HAL को हर वर्ष 24 विमान बनाने के वादे को पूरा करना होगा। यदि एचएएल इस चुनौती को पूरा नहीं कर पाता है तो देश के निजी क्षेत्र को इसके लिए आगे आना होगा। उन्होंने बेबाक अंदाज में कहा कि वायु सेना में लड़ाकू विमानों के स्क्वैड्रनों की संख्या रातों रात नहीं बढायी जा सकती। उन्होंने कहा कि वायु सेना को अभी उसके पास जो विमान और हथियार हैं उन्हीं के साथ लड़ना होगा।
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Indian Air Force : लडाकू जहाजों की संख्या कम है
वायु सेना IAF के पास लड़ाकू विमानों के स्कवाड्रनों की संख्या कम है लेकिन इसे रातों रात नहीं बढाया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में एकदम कुछ नहीं किया जा सकता क्योंकि यह अल्पावधि या ऐसा मामला नहीं है कि इसे रातों रात खरीद लिया जाये।
Tejas परियोजना में देरी हो रही
एयर चीफ मार्शल सिंह AP Singh ने कहा कि हल्के लड़ाकू विमान तेजस की परियोजना में देरी हो रही है। एचएएल ने प्रत्येक वर्ष 24 विमान बनाने का वादा किया था और इसे पूरा कर लिया जाता है तो विमानों के मामले में वायु सेना की स्थिति सुधर जायेगी। उन्होंने कहा कि यदि HAL का यह वादा पूरा नहीं हो पाता है तो यह चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि एच ए एल की कुछ सीमाएं और वास्तविक दिक्कतें होंगी। उन्होंने कहा कि वह भी देशभक्त संगठन है और किसी कारण से काम नहीं हो पा रहा होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि वैसे भी हम एक एजेन्सी पर निर्भर नहीं कर सकते स्वदेशी विमानों की जरूरत को पूरा करने के लिए निजी क्षेा को आगे आना होग।

स्वदेशी पर आत्मनिर्भता बढ़ानी होगी
उन्होंने कहा, यदि आप को युद्ध लड़ना है तो आपके हथियार स्वदेशी होने चाहिए। आप खरीदे हुए हथियारों की आपूर्ति श्रंखला पर भरोसा नहीं कर सकते। हमारे पास अपने देश में बने हथियार होने चाहिए।
चीन लद्दाख में ढांचागत निर्णाण तेजी से कर रहा है
चीन के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चीन china नियांण रेखा विशेष LAC रूप से लद्दाख क्षेा में बहुत तेजी से ढांचागत निर्माण और सुविधाएं बना रहा है। उन्होंने कहा कि भारत भी अपने क्षेत्र में ढांचागत निर्माण और सुविधा बढाने लगा है। पूर्वोत्तर क्षेत्र में राज्य सरकारों के साथ बात कर ऊंचे तथा दुर्गम इलाकों में उन्नत हवाई पट्टियां बनायी जा रही हैं।
चीन से बेहतर हैं
चीन से मुकाबले और तुलना से संबंधित एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चीन को लेकर हमारे अपने आकलन हैं और उन पर हमारा भरोसा है। उन्होंने कहा कि हम प्रशिक्षण तथा एक्सपोजर व अभ्यास के मामले में चीन से बेहतर हैं। साथ ही उन्होंने माना कि प्रौद्योगिकी के मामले में चीन हमसे आगे है।
चेन्नई में मनाया जाएगा वायु सेना दिवस
इस बार वायु सेना Indian Air Force का स्थापना दिवस चेन्नई में मनाया जायेगा। इस अवसर पर 6 अक्टूबर को मरीना बीच पर शानदार एयर शो का आयोजन किया गया है जबकि मुख्य समारोह में 8 अक्टूबर को चेन्नई के तामबरम वायु सेना स्टेशन पर होगा। मरीना बीच पर एयर शो में वायु सेना के 22 तरह के 72 विमान करतबबाजी दिखायेंगे। इस एयर शो को दस से 12 लाखों लोगों द्वारा देखे जाने का अनुमान है। वायु सेना की इस बार दर्शकों के मामले में लिमिका बुक ऑफ रिकार्ड का रिकार्ड तोड़ने की कोशिश है।