भारतीय जनता पार्टी BJP और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के बीच भाजपा अध्यक्ष के नाम पर सहमति बनते-बनते फिर मामला अटक गया है। इसके कारण जेपी नड्डा JP Nadda को डेढ़ महीने का विस्तार फिर से दिया गया है। अब नये अध्यक्ष पर फैसला अप्रैल के बाद होगा।
भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले 50 प्रतिशत से अधिक प्रदेश के संगठन का चुनाव होने चाहिए। इस लिहाज से अभी भाजपा के 13 राज्यों में ही नये प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है। जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2014 में खत्म हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण उन्होंने छह महीने का विस्तार दिया गया। उसके बाद से उन्हें लगातार विस्तार दिया जा रहा है। तब से वह संगठन के चुनाव नहीं करा पाये। इसकी वजह राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर संघ और भाजपा के बीच सहमति नहीं होना है। हाल ही में संघ और भाजपा के बीच में सहमति बन गयी थी कि इस बार अध्यक्ष दक्षिण भारत से होगा। लेकिन फिर से कुछ बात नहीं बनी, भाजपा की तरफ से भूपेंद्र यादव, मनोहर खट्टर और धर्मेंद्र प्रधान के नाम को आगे पर मामला टल गया। अब नये अध्यक्ष का चुनाव अप्रैल के बाद होगा।
इस बीच संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक की 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरू में होगी। इस बैठक में अनेक निणय लिये जाएंगे।