PM Modi CJI प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अचानक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ chief justice of supreme court justice DY chandrachud के घर पंहुच गये। उनके चीफ जस्टिस के घर जाने से विवाद खड़ा हो गया है। विपक्ष चीफ जस्टिस की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं।
PM Modi CJI पीएम का स्वागत किया
प्रधानमंत्री मोदी ने चीफ जस्टिस के आवास पर गणपति पूजा ganapati pooja में भाग लिया था। इस समारोह से संबंधित एक वीडियो में चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी कल्पना दास अपने घर पर मोदी का स्वागत करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पीएम ने फोन किया
प्रधानमंत्री को बुलाया नहीं गया था। उन्होंने खुद फोन किया था और कहा कि वह गणपति पूजा में शामिल होना चाहते हैं। जस्टिस मना नहीं कर पाये और मादी जी उनके घर पंहुच गये।
अघोषित नियम है- जज लोगों से दूर रहे
जजों के लिए एक अघोषित रूल है कि उन्हें सार्वजनिक तरीके लोगों से नहीं मिलना है। नहीं तो लोग आरोप लगायेंगे कि जजों के दोस्त हैं, वे दोस्तों की सुनते हैं। इसलिए जज निजी कार्यक्रमों में भाग नहीं लेते।
क्या कहा भाजपा ने
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सीजेआई के आवास पर एक धार्मिक आयोजन में प्रधानमंत्री के भाग लेने पर भी कुछ लोग राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहनंिसह इफ्तार पार्टी का आयोजन करते थे तो क्या उसमें प्रधान न्यायाधीश नहीं आते थे?
उन्होंने कहा, जब इफ्तार पार्टी में चीफ जस्टिस और प्रधानमंत्री बैठ सकते हैं, गुफ्तगू कर सकते हैं, एक टेबल पर बैठकर जब दोनों की बात हो सकती है, वह भी एक त्यौहार है, यह भी एक त्यौहार है। दोनों त्योहारों के बीच यह अंतर क्यों?
पात्रा ने कहा कि यह आपत्ति दोनों के मिलने से नहीं है बल्कि गणपति पूजा से है। उन्होंने कहा, कुछ मूर्खतापूर्ण, बिके हुए, तथाकथित धर्मनिरपेक्ष हैं जो इस तरह की शिष्टाचार मुलाकातों पर आपत्ति करते हैं।
शिवसेना नेता ने कहा सीजेआई को शिवसेना और राकांपा विधायकों से संबंधित अयोग्यता याचिकाओं की सुनवाई से खुद को अलग कर लेना चाहिए। राउत ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, भारत के प्रधान न्यायाधीश को खुद को मामलों की सुनवाई से अलग कर लेना चाहिए क्योंकि प्रधानमंत्री के साथ उनके संबंध सामने आ चुके हैं। क्या वह हमें न्याय दे सकते हैं?