Priyanka Gandhi : कांग्रेस महासचिव प्रियंका वायनाड loksabha bye election ने साढ़े छह लाख वोट लेकर साढ़े चार लाख मतों से जीत गयी है। सीपीएम नेता नम्बर दो और भाजपा नम्बर तीन पर है । चुनाव जीतके के बाद प्रियंका की यह पहली संसदीय यात्रा होगी।
Priyanka Gandhi : भाई राहुल का धन्यवाद
Priyanka Gandhi ने केरल के वायनाड wayanad लोकसभा सीट के उपचुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित होने के बाद क्षेत्र की जनता, मां सोनिया गांधी Sonia Gandhi, भाई राहुल गांधी Rahul Gandhi, पति रॉबर्ट वाद्रा तथा साथी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वह संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनने को उत्सुक हैं।
जनता का आभार जताया
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार प्रियंका गांधी वाद्रा शाम चार बजे तक 410931 मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी पर निर्णायक बढत बनाए हुए थीं। प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, वायनाड की मेरी प्यारी बहनों और भाइयों, आपने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं कृतज्ञता से अभिभूत हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि समय के साथ, आप वास्तव में महसूस करें कि यह जीत आपकी जीत है और जिसे आपने अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना है वह आपकी आशाओं और सपनों को समझती है और आपके लिए लड़ती है। मैं संसद में आपकी आवाज़ बनने के लिए उत्सुक हूं।
पति का भी आभार जताया
उन्होंने कहा, मुझे यह सम्मान देने के लिए धन्यवाद और इससे भी अधिक आपने मुझे जो अपार प्यार दिया है उसके लिए धन्यवाद। कांग्रेस महासचिव ने यूडीएफ के सहयोगियों, केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का अभार जताया। उन्होंने कहा, मेरी मां, रॉबर्ट (पति) और मेरे दो रत्नों- रेहान और मिराया, आपने मुझे जो प्यार और साहस दिया है उसके लिए कोई भी आभार पर्याप्त नहीं है। मेरे भाई, राहुल, आप बहादुर हैं.. मुझे रास्ता दिखाने और हमेशा मेरा साथ देने के लिए धन्यवाद।
25 साल तक स्टार प्रचारक
प्रियंका गांधी ने 17 साल की उम्र में अपने पिता राजीव गांधी के साथ चुनावी प्रचार की शुरुआत की थी। उसके बाद वह अपनी मां सोनिया गांधी और फिर भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रचार और कई मौकों पर संसद में दर्शक दीर्घा से अपने पिता, मां और भाई के भाषणों की साक्षी बनीं प्रियंका गांधी वाद्रा शनिवार को लोकसभा के लिए निर्वाचित हो गईं।
नेहरू परिवार के तीन सदस्य संसद में
केरल के वायनाड से उनके निर्वाचन के बाद यह पहली बार है कि संसद में गांधी-नेहरू परिवार तीन सदस्य होंगे। उनके भाई राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं तथा मां सोनिया गांधी राज्यसभा की सदस्य हैं। वह वायनाड से चार लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीती हैं। इसी सीट पर उनके भाई राहुल गांधी 3.64 लाख मतों के अंतर विजयी हुए थे। प्रियंका गांधी पहली बार किसी सदन की सदस्य बनी हैं। वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं। उसके बाद से वह पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं।
राहुल गांधी ने खाली की थी सीट
लोकसभा चुनाव के कुछ दिनों बाद, जून में कांग्रेस ने घोषणा की थी कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में रायबरेली संसदीय क्षेत्र रखेंगे और केरल की वायनाड सीट खाली कर देंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनावी पारी की शुरुआत करेंगी। प्रियंका गांधी को अतीत में वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए संभावित चुनौती के रूप में और परिवार के गढ रायबरेली में कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया गया था। हालांकि, कांग्रेस ने उन्हें वायनाड से मैदान में उतारने का फैसला किया है, जिस संसदीय सीट से उनके भाई राहुल लगातार दो चुनावों में जीते थे। प्रियंका गांधी पहले उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी थीं।