Share Market चीन के प्रोत्साहन पैकेज और पश्चिमी एशिया में युद्ध के कारण आज भारत का शेयरबाजार stock market धड़ाम गिरा। बाजार में आज हाहाकर मच गया है। सेंसेक्स Sensex, और निफ्टी nifty दोनों भारी गिरावट के बाद बंद हुए।
Share Market दो महीने का नुकसान
बीएसई BSE का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स दो महीने की सबसे बड़ी एक दिन में 1272.07 अंक अर्थात 1.49 प्रतिशत की गिरावट लेकर 85 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे 84,299.78 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 368.10 अंक यानी 1.41 प्रतिशत की डुबकी लगाकर 25,810.85 अंक पर रहा। दोनों ही बाजार में गिरावट से निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
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इन कंपनियों को हुआ नुकसान
इस दौरान सेंसेक्स की नुकसान उठाने वाली प्रमुख कंपनियों में रिलायंस 3.23, एक्सिस बैंक 3.12, म¨हद्रा एंड म¨हद्रा 2.70, आईसीआईसीआई बैंक 2.58, नेस्ले इंडिया 2.12, टेक म¨हद्रा 2.10, मारुति 1.99, एसबीआई 1.88, बजाज फिनसर्व 1.88, टाटा मोटर्स 1.78, इंफोसिस 1.64, भारती एयरटेल 1.46, एचडीएफसी बैंक 1.19, टीसीएस 0.94, एलटी 0.82, एचसीएल टेक 0.79, अडानी पोट्र्स 0.76 और ¨हदुस्तान यूनिलीवर 0.27 प्रतिशत शामिल रही।
वहीं, जेएसडब्ल्यू स्टील 2.82, एनटीपीसी 1.27, टाटा स्टील 1.17, एशियन पेंट 0.55 और टाइटन के शेयर 0.19 प्रतिशत लाभ में रहे।
मिडकैप गिरा, स्माल कैप बढ़ा
दिग्गज कंपनियों में बिकवाली के विपरीत बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में मिलाजुला रुख रहा। इससे मिडकैप 0.28 प्रतिशत टूटकर 49,351.91 अंक रह गया जबकि स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत की बढ़त लेकर 57,130.93 अंक हो गया। इस दौरान बीएसई में कुल 4193 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2223 में बिकवाली जबकि 1819 में लिवाली हुई वहीं 151 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 41 कंपनियां लाल जबकि अन्य नौ हरे निशान पर रही।
फिर आयेगी मजबूती
विश्लेषकों के अनुसार, निकट भविष्य में बाजार में मजबूती आने की संभावना है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक चीन के शेयरों का बेहतर प्रदर्शन है, जो सितंबर में हैंगसेंग इंडेक्स में लगभग 18 प्रतिशत की भारी उछाल में दिखता है। यह उछाल चीनी अधिकारियों द्वारा घोषित मौद्रिक और राजकोषीय प्रोत्साहन के जवाब में चीनी अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार की उम्मीदों से प्रेरित है।
मुनाफावसूली के कारण आयी गिरावट
बीएसई में कमोडिटीज और धातु शेयरों की 1.06 प्रतिशत की तेजी को छोड़कर अन्य 18 समूहों में मुनाफावसूली हुई। इससे सीडी 1.17, ऊर्जा 0.76, एफएमसीजी 0.76, वित्तीय सेवाएं 1.40, हेल्थकेयर 0.45, इंडस्ट्रियल्स 0.57, आईटी 0.99, दूरसंचार 1.19, यूटिलिटीज 0.24, ऑटो 1.91, बैंकिंग 1.82, कैपिटल गुड्स 0.81, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.42, तेल एवं गैस 0.19, पावर 0.54, रियल्टी 1.80, टेक 1.11 और सर्विसेज समूह के शेयर 1.22 प्रतिशत लुढ़क गए।
ब्रिटेन, जर्मनी में भी गिरावट
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.43, जर्मनी का डैक्स 0.43 और जापान का निक्केई 4.80 प्रतिशत गिर गया जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 2.43 और चीन के शंघाई कंपोजिट ने 8.06 प्रतिशत की छलांग लगाई।
सेंसेक्स में शुरू से ही गिरावट
शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 363 अंक की गिरावट लेकर 85,208.76 अंक पर खुला लेकिन लिवाली होने से थोड़ी देर बाद 85,359.65 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। लेकिन, इसके बाद शुरू हुई मुनाफावसूली के दबाव में यह लगातार गिरता हुआ कारोबार के अंतिम चरण में 84,257.14 अंक के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंत में पिछले दिवस के 85,571.85 अंक के मुकाबले 1.49 प्रतिशत का गोता लगाकर 84,299.78 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी की शुरुआत भी गिरावट से
निफ्टी भी 118 अंक गिरकर 26,061.30 अंक पर खुला और सा के दौरान 26,134.70 अंक के उच्चतम जबकि 25,794.10 अंक के निचले स्तर पर रहा। अंत में पिछले सा के 26,178.95 अंक की तुलना में 1.41 प्रतिशत की गिरावट लेकर 25,810.85 अंक पर रह गया।
Itput with Agencies