sonam wangchuk : थ्री इडियड फिल्म के सूत्रधार सोनम वांगचुग को दिल्ली में नहीं घुसने दिया गया है। उन्हें कल सिंघु बार्डर पर हिरासत में लिया गया और आज छोड़ा गया लेकिन फिर उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्होंने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया।
sonam wangchuk गांधी जयंती के दिन हिरासत में
sonam wangchuk पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और लद्दाख के 150 अन्य प्रदर्शनकारियों ने दोबारा हिरासत में लिए जाने के बाद अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखा। उन्होंने कहा लोकतंत्र को प्रदर्शित करने वाले दिवस गांधी जयंती पर उनके अधिकारों को कुचल दिया गया है।
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राजघाट पंहुचे
पुलिस ने सोनम को हिरासत से छोड़ा। वह अपने समर्थकों के साथ राजघाट पंहुचे। उन्होंने महात्मा गांधी को श्रंद्धाजलि दी। वहां भारी संख्या में पुलिस का पहरा था।
दिल्ली चलो यात्रा
सोनम वांगचुक दिल्ली चलो पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। यह यात्रा एक महीने पहले लेह से शुरू हुई थी। उन्हें सोमवार रात हिरासत में लिया गया। ‘लेह एपेक्स बॉडी’ leh apex body के समन्वयक जिगमत पलजोर ने एक बयान में कहा कि 24 घंटे से अधिक समय से जारी उनकी हिरासत अवैध है। पलजोर ने कहा, हम पदयात्री खुद को एक खतरनाक स्थिति में पा रहे हैं। हमें 24 घंटे से ज्यादा समय से हिरासत में रखा गया है। यह हिरासत अवैध है, 24 घंटे की अवधि बीत चुकी है और हमें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाना चाहिए।
पुलिस अज्ञान स्थान पर ले जाना चाहते थे
पलजोर ने का कुछ समूहों को 24 घंटे के अंदर रिहा कर दिया गया और फिर थाने वापस बुला लिया गया। बीती रात को पुलिस ने हमें जबरन एक अज्ञात स्थान पर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन हम विरोध में डटे रहे। पलजोर ने बयान में कहा, बवाना थाने में हमारे फोन जब्त कर लिए गए हैं, जिससे हम बाहरी दुनिया से कट गए हैं। दिल्ली पुलिस ने हालांकि कहा कि ‘पदयात्रियों’ को बीती रात रिहा कर उन्हें फिर से हिरासत में लिया गया था।
दिल्ली आना चाहते हैं
पुलिस ने बताया कि वांगचुक और हिरासत में लिए गए लद्दाख के अन्य नागरिकों को मंगलवार रात रिहा कर दिया गया था लेकिन वे दिल्ली के मध्य भाग की ओर मार्च करने पर अड़े रहे, इसलिए उन्हें फिर से हिरासत में ले लिया गया। लेह से एक सितंबर को निकले पदयात्रियों ने चुनावी राज्य हरियाणा को छोड़कर पूरा रास्ता पैदल पूरा किया। हरियाणा में वे बसों में सवार हुए। उन्हें सोमवार रात दिल्ली केंिसंघू बॉर्डर पर हिरासत में लिया गया और अलग-अलग थानों में ले जाया गया, जहां उन्होंने अनिश्चितकालीन अनशन शूरू कर दिया।
लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने तक जारी रहेगा सघषर्
‘लद्दाख एपेक्स बॉडी’ ladakh और ‘कारगिरल डेमोक्रेटिक अलायंस’ kargil सहित विभिन्न संगठनों ने केंद्र सरकार से केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और इसे भारतीय संविधान की छठी अनुसूचि में शामिल करने की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
छठी अनुसूची में शामिल करो
एपेक्स बॉडी का कहना है कि हमारे प्रतिनिधि केंद्र शासित प्रदेशों को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और भारतीय संविधान की छठी अनुसूचित में शामिल करने सहित चार मागों को लेकर पद या पर निकले थे। वे दुर्गम रास्तों और विषम परिस्थियों का सामने करते हुए करीब एक हजार किलोमीटर की दूरी तय करके दिल्ली की सीमा पर पहुंचे, लेकिन यहां पर पुलिस ने उन्हें दिल्ली की सीमा में प्रवेश नहीं कर दिया था। उन्होंने कहा, हम सरकार से लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, इसे भारतीय संविधान की छठी अनुसूचित में शामिल करने, लद्दाख के लिए अलग राज्य लोकसभा आयोग का गठन करने और लेह तथा कारगिल के लिए अलग-अलग संसदीय क्षेा का गठन करने की मांग कर रहे हैं।
बेरोजगारी विकट समस्या
उन्होंने कहा, हमारे प्रदेश में बेरोजगारी एक विकट समस्या है। शिक्षित युवकों को रोजगार नहीं मिल रहा है।जब लद्दाख जम्मू-कश्मीर में शामिल था, तो राज्य का लोकसभा आयोग था, जिसके जरिए अधिकारियों का चयन होता था, लेकिन राज्य का बंटवारा होने तथा लद्दाख नाम से केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद भर्ती पूरी तरह की रूक गयी हैं।