Vijay Diwas : वर्ष 1971 का युद्ध भारत और भारतीय सेना Indian Army के गौरवशाली इतिहास की धरोहर है। भारतीय सेना ने बांग्लादेश Bangladesh के मुक्ति वाहनी का साथ देकर पाकिस्तान पर एक तरफा विजय हासिल की थी। भारतीय सेना ने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को आत्म समर्पण कराया था।
Vijay Diwas हर अधिकारी के टेबल पर है आइकोनिक तस्वीर
आत्म समर्पण की तस्वीर भारत सेना के प्रत्ये कार्यालय और अधिकारी की टेबल पर देखी जा सकती है। दिल्ली में सेना मुख्यालय यादि साउथ ब्लॉक के एक कांफ्रेंस हॉल से एक तस्वीर हटाकर दिल्ली केंट स्थिति मानेक शॉ सेंटर में स्थापित किया गया है।
प्रियंका गांधी ने उठाया मामला
विजय दिवस के मौके पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सेना मुख्यालय से 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान की सेना के भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करते आइकोनिक तस्वीर हटाने का मुद्दा उठाकर हलचल पैदा कर दी। भारतीय सेना स्पष्टीकरण दिया कि तस्वीर को मानेक शॉ सेंटर में स्थापित किया गया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्रंिसह शेखावत ने कहा कि यह तस्वीर मानेक शॉ संग्रहालय में ससम्मान स्थापित की गई है तथा सेना के शौर्य को लेकर राजनीतिक टिप्पणियां नहीं होनी चाहिए।

बांग्लादेश में अल्पख्यंकों पर हमले का मामला उठाया
प्रियंका गांधी ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान बांग्लादेश मेंंिहदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया तथा 1971 की तस्वीर से जुड़े विषय का भी उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि सेना मुख्यालय से वह तस्वीर उतार ली गई है जिसमें पाकिस्तान की सेना को भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करते हुए दिखाया गया है। वह आगे भी कुछ कहना चाह रही थीं, लेकिन आसन से उन्हें अनुमति नहीं मिली। प्रियंका की बात पूरी नहीं हो पाने पर कांग्रेस के सदस्यों ने कुछ देर नारेबाजी की।
सरकार बोली मानेक शॉ सेंटर में स्थापित किया
बाद में शेखावत ने कहा, शून्यकाल के दौरान माननीय सदस्य द्वारा विजय दिवस को लेकर कुछ वक्तव्य दिया गया। उन्होंने एक विषय रखा कि जो पेंिटग रक्षा मंत्रालय में लगी थी, वह हटा दी गई है। मैं बताना चाहता हूं कि वह बहुत उचित स्थान पर, मानेक शॉ संग्रहालय में पूरे सम्मान के साथ स्थापित की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सेना के शौर्य से जुड़े विषय पर राजनीतिक टिप्पणियां करने से पहले विचार करना चाहिए।

सेना ने जारी किया फोटेा
बाद में सेना की तरफ से फोटो जारी किया गया जिसमें जनरल उपेंद्र द्विवेदी, उनकी पत्नी और तमाम वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने मानेक शॉ केंद्र में तस्वीर को स्थापित करते हुए दिखाया गया है।
प्रियंका गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में दोहराया कि सरकार ने विजय दिवस के मौके पर गर्व करने वाली तस्वीर हटायी है।
input : PTI