wriddhiman saha वर्ष 2010 में ऋद्धिमान ने क्रिकेट Cricket में पर्दापण किया था। भारत के लिए 40 टेस्ट खेल चुके बंगाल के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने रणजी ट्रॉफी Ranji Trophy के बाद संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। आखिर क्या वहज है कि वह भरी जवानी में सन्यास ले रहे हैं?
wriddhiman saha : X पर लिखा मेरा आखिरी सीजन होगा
साहा ने आज सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, क्रिकेट में एक यादगार सफर के बाद, यह मेरा आखिरी सीजन होगा। संन्यास लेने से पहले रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए बंगाल का प्रतिनिधित्व करने का मौका पाकर मैं गौरवान्वित हूँ। आइए इस सीजन को यादगार बनाएँ।
कोचिंग फील्ड में उतरेंगे साहा
वह कर्नाटक के खिलाफ रणजी ट्रॉफी चौथे राउंड के मैच की तैयारी कर रहे हैं। संन्यास के बाद वह कोचिंग में जा सकते हैं। 2014 में एमएस धोनी Mahendra Singh Dhoni के संन्यास लेने के बाद साहा भारत के नियमित टेस्ट विकेटकीपर बने और दिसंबर 2021 में भारत के लिए आखिरी बार टेस्ट मैच खेला था।
इग्नोर किया गया
धोनी के बाद साहा ही नियमित टेस्ट विकेट कीपर थे। लेकिन 2021 के बाद उन्होंने मौका नहीं दिया गया। तब से ऋषभ पंत Rishabh Pant को मौका मिला। जब ऋषभ को चोट लगी थी, तब साहा आये थे लेकिन ऋषभ पंत के ठीक होने के बाद भारतीय टीम में उन्हें जगह नहीं मिली।
साहा के मेंटोरशिप में युवा अभिषेक पोरेल बंगाल के तीनों प्रारूपों के नियमित विकेटकीपर बनकर उभरे हैं और फिलहाल वह इंडिया ए की योजनाओं का भी हिस्सा हैं। हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग IPL 2025 के लिए रिटेन भी किया है।